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राज्य : मध्य प्रदेश

जिला: देवास

ब्लॉक: सोनकच्छ

गाँव : एनाबाद

स्वयं सहायता समूह: जय गुरुदेव आजीविका स्वयं सहायता समूह  

आजीविका गतिविधियाँ : वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट संचालन, डेयरी

लखपती दीदी की यात्रा

देवास जिले के एनाबाद गांव की निवासी अनीता गोस्वामी अपनी सफल वर्मी कम्पोस्ट यूनिट के माध्यम से दृढ़ संकल्प और आत्मनिर्भरता की मिसाल बनकर उभरी । जय गुरुदेव आजीविका स्व-सहायता समूह से जुड़ने से पहले अनीता का जीवन घर के कामों और खेती में अपने पति का हाथ बंटाने तक ही सीमित था। 

अनीता के जीवन में तब बदलाव आया जब उसने आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह में शामिल होने का फैसला किया। शुरुआत में, उसने 20,000 रुपये का पहला ऋण मटर की खेती के लिए इस्तेमाल किया, जिससे उसे 1 बीघा जमीन से 30,000 रुपये का लाभ हुआ। अपनी सफलता से उत्साहित होकर, अनीता ने 20 बैग के साथ वर्मीकम्पोस्ट यूनिट स्थापित करने के लिए 60,000 रुपये का दूसरा ऋण लिया, जिससे जैविक खाद का उत्पादन शुरू किया। इस उद्यम ने उसके खेत को लाभ पहुँचाया और आस-पास के गाँवों में टिकाऊ खेती के तरीकों का समर्थन किया।

आजीविका मिशन के मार्गदर्शन में, उन्होंने अपनी वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट का विस्तार किया, जिससे हर तीन महीने में 40 क्विंटल खाद का उत्पादन होता है। अनीता इस खाद को 800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पड़ोसी किसानों को बेचती हैं और अपने खेतों में इसका इस्तेमाल करती हैं, जिससे उनके समुदाय में जैविक खेती को बढ़ावा मिलता है।

प्रमाणित ए-हेल्प के रूप में, अनीता ,अपने गांव में पशुधन के स्वास्थ्य में सहायता करती हैं और 16,000 रुपये मासिक भत्ता कमाती हैं।

वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री से उन्हें प्रतिवर्ष 30,000 से 35,000 रुपये की अतिरिक्त आय होती है, जिससे सभी स्रोतों से उनकी कुल मासिक आय 29,000-30,000 रुपये हो जाती है।

अनीता गोस्वामी की कहानी इस बात का एक सशक्त उदाहरण है कि दृढ़ संकल्प, सही अवसरों और सहायता के साथ मिलकर किस तरह जीवन को बदल सकता है। आजीविका मिशन के माध्यम से उनकी सफलता उनके गांव के कई अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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