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राज्य : बिहार

जिला : अरवाल

ब्लॉक : कालेर

गाँव : मदराना

स्वयं सहायता समूह : जगदम्बा स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : बैंकिंग पत्राचार (बैंक सखी)

लखपति दीदी की यात्रा

जगदंबा जीविका स्वयं सहायता समूह की सक्रिय सदस्या अंजू कुमारी, समूह की साप्ताहिक बैठकों में लगन से भाग लेती रही। उन्हें कावेरी जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के लिए ग्राहक सेवा केंद्र (सी.एस.सी.) का प्रबंधन करने के लिए चुना गया । उन्होंने जीविका परियोजना से तीन दिनों का आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिसमें बैंक खाते खोलना, आधार के माध्यम से जमा और निकासी को संभालना और बीमा सेवाएं प्रदान करना जैसी आवश्यक बैंकिंग सेवाएं शामिल थीं। प्रशिक्षण के बाद, जगदंबा जीविका महिला संगठन ने उन्हें सी.एस.सी. स्थापित करने के लिए 75,000 रुपये प्रदान किए, जिसमें 50,000 रुपये का ऋण और परिचालन व्यय के लिए 25,000 रुपये का अनुदान शामिल था।

 सी.एस.सी. के खुलने से जीविका सदस्यों और अन्य स्थानीय लोगों सहित ग्रामीणों के लिए बैंकिंग सेवाएँ आसानी से सुलभ हो गईं। ग्राहक, अब अपने आधार का उपयोग करके आसानी से लेन-देन कर सकते हैं, जिससे ग्राहकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन सभी गतिविधियों को करने से उनकी मासिक आय लगभग 15,000 से 20,000 रुपये हो जाती है। 

 वह कहती हैं कि जीविका परियोजना से जुड़कर उन्होंने न केवल आर्थिक स्थिरता हासिल की है, बल्कि बैंक सखी के रूप में अपने गांव में एक अलग पहचान भी बनाई है। उनकी कहानी दृढ़ संकल्प, शिक्षा और सामुदायिक सहयोग की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रमाण है।

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