सफलता की कहानियों पर वापस जाएं

राज्य : उत्तराखंड

जिला:  उत्तरकाशी

ब्लॉक : पुरोला

गाँव : : ढ़ाकरा

स्वयं सहायता समूह : केदार स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : हाथ से बने ऊनी कार्डिगन, जूस, जैम और सेब-टमाटर की चटनी बनाना

लखपति दीदी की यात्रा

उत्तरकाशी जिले के पुरोला ब्लॉक के ढकारा गांव की रहने वाली श्रीमती आशा देवी दृढ़ संकल्प और सफलता की एक ज्वलंत मिसाल हैं। 

ऐसे माहौल में जहां महिलाएं परंपरागत रूप से अपने घरों तक ही सीमित रहती थीं वहाँ उनके जीवन में महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब वह समूह में शामिल हुईं और हस्तनिर्मित कार्डिगन, जूस, जैम और चटनी बनाने के बारे में सीखा। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करके देहरादून और रुद्रपुर में सरस मेला जैसे कार्यक्रमों में भाग लिया, जहां उन्होंने उल्लेखनीय रूप से अपने विभिन्न उत्पाद बेचे। इस आर्थिक रास्ते ने उनके करियर में महत्वपूर्ण मील के पत्थर स्थापित किये। देहरादून और रुद्रपुर में, वह देश भर से लगभग 200-250 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से जुड़ीं, अपने कुशलतापूर्वक तैयार किए गए उत्पादों का प्रदर्शन किया और अपनी सफलता, सशक्तिकरण और समृद्धि की कहानियाँ सुनाईं।

आज गौरवान्वित लखपति दीदी लगभग 10,000 से 12,000 रुपए की मासिक आय अर्जित कर रही हैं।

 विभिन्न गतिविधियों से प्राप्त आय से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा समर्थित उनकी कहानी सामूहिक प्रयास और आत्मनिर्भरता की शक्ति का एक प्रमाण है। 

और देखें