बॉबी बोराह
राज्य : असम
जिला : मोरीगांव
ब्लॉक: मायोंग
गाँव : जगीगांव
स्वयं सहायता समूह: प्रेरणा स्वयं सहायता समूह
आजीविका गतिविधियाँ : स्थानीय अचार, पारंपरिक खाद्य पदार्थ, ब्रॉयलर फार्म
लखपति दीदी की यात्रा
मायोंग विकास खंड के जगीभकतगांव गांव पंचायत के जगीगांव गांव की बॉबी बोराह एक आदर्श महिला हैं, जिन्होंने गरीबी से निकलकर एक सफल व्यवसायी बनने तक का सफर तय किया। उनके परिवार को उस समय काफी आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जब उनके पति की जगीरोड पेपर मिल में नौकरी चली गई, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत था।
बॉबी 2007 से ही सिर्फ 50 चूजों से ब्रॉयलर फार्मिंग से जुड़ी हुई थीं। स्वयं सहायता समूह से मिले 25,000 रुपये की रिवॉल्विंग फंड राशि और 50,000 रुपये की सामुदायिक निवेश निधि राशि समर्थन से प्रेरित होकर उन्होंने पारंपरिक पिठा और लारू बनाने का एक नया व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पाद तैयार करना शुरू किया और उन्हें मोरीगांव जिले की दुकानों में बेचा, जहां उन्हें जल्द ही लोकप्रियता मिल गई।
उनके उत्पाद स्थानीय रूप से मोरीगांव, जगीरोड और गुवाहाटी में बेचे जाते हैं। उन्हें नियमित रूप से विशेष अवसरों और विभिन्न विभागों से ऑर्डर मिलते रहते हैं।
वह अब आत्मनिर्भर हैं और हर महीने 25,000 से 30,000 रुपये का मुनाफ़ा कमाती हैं।