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राज्य : झारखंड

जिला: सिमडेगा

ब्लॉक पाकरतनर

गाँव : : कोबांग

स्वयं सहायता समूह : मुस्कान स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : बकरी पालन

लखपति दीदी की यात्रा

पाकरतांर प्रखंड के कोबांग गांव की रहने वाली छबील देवी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर थीं। लेकिन सिर्फ खेती ही काफी नहीं थी। उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में संघर्ष करना पड़ा। छबील देवी मुस्कान स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं। वह नियमित बैठकों में शामिल होती और झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसाइटी (जे.एस.एल.पी.एस.) द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भाग लेती थीं। इन कार्यशालाओं में उन्होंने विभिन्न आजीविका गतिविधियों के बारे में सीखा। छबील देवी ने अपनी आय बढाने के लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आर.एस.ई.टी.आई.) से प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उन्होंने अपने समूह से 15 हजार रुपये उधार लिए। इस पैसे से उन्होंने पांच बकरियों के साथ बकरी पालन शुरू किया। अब उनके पास 32 बकरियां हैं। हर साल वह 4 से 5 बकरियां बेचती हैं। इससे उन्हें अच्छा मुनाफा कमाने और अपनी आजीविका में सुधार करने में मदद मिलती है।

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