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राज्य : उत्तराखंड

जिला:  चमोली

ब्लॉक नंदानगर 

गाँव : गंडासु

स्वयं सहायता समूह : दुर्गा माँ स्वयं सहायता समूह  

आजीविका गतिविधि : जूस निकालना और अचार बनाना

लखपति दीदी की यात्रा

श्रीमती दीपा देवी, जिन्हें अब लखपति दीदी के नाम से जाना जाता है वह कभी चमोली जिले के नंदानगर ब्लॉक के गंडासू गांव की एक महिला किसान थीं। सफलता की ओर उनका सफर तब शुरू हुआ जब वह अपने गांव में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास मिशन के तहत गठित दुर्गा मां स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं। समूह को "पंचसूत्र" के बारे में शिक्षित किया गया और साप्ताहिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया। यह श्रीमती दीपा देवी और उनके समूह के सदस्यों के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत थी। उन्होंने समूह के आर.एफ. फंड से 10,000/- रुपये का ऋण लिया। इस राशि से उन्होंने एक जूसर मशीन खरीदी और अचार बनाना शुरू किया। घर पर रहकर ही उन्होंने मौसमी फलों से जूस निकालने, अचार और जैम बनाने और उन्हें स्थानीय बाजार में बेचने का काम किया। इस प्रयास से उन्हें हर महीने 8,500/- से 9,000/- रुपये की बचत होती है । उनके उद्यम की सफलता ने न केवल उन्हें वित्तीय स्थिरता प्रदान की, बल्कि उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा और आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। 

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