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राज्य : मध्य प्रदेश

जिला : जबलपुर

ब्लॉक: सिरोहा

गाँव : खितोलाखम्परिया

स्वयं सहायता समूह: इंदिरा गांधी आजीविका स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : रेडीमेड गारमेंट और साड़ी की दुकान, किराना दुकान

लखपति दीदी की यात्रा :

आजीविका मिशन से जुड़ने से पहले मनीषा और उनके पति को कई तरह की आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। उन्हें गांव-गांव साइकिल से जाकर साड़ी, पेटीकोट, सलवार सूट और बच्चों के फ्रॉक जैसे रेडीमेड कपड़े बेचने पड़ते थे। हालांकि, मिशन से मिले समर्थन से उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार किया और आस-पास के गांवों में कई तरह के कपड़े और एक्सेसरीज बेचने लगीं। इस वृद्धि से उनके परिवार की आय और स्थिरता बढ़ी है। आजीविका मिशन के समर्थन से मनीषा की आय 5,500 रुपये से बढ़कर 16,800 रुपये प्रति माह हो गई है। उन्होंने अपनी आवाजाही को आसान बनाने के लिए एक स्कूटर खरीदा और अब वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पा रही हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूह से 2 लाख रुपये का लोन भी लिया, जिसका इस्तेमाल उन्होंने एक स्थायी दुकान बनाने में किया और उसमें 1-2 लाख रुपये का सामान रखा। रोजाना अच्छी बिक्री के साथ वे आजीविका मिशन के प्रति आभार व्यक्त करती हैं, जिसने उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद की है।

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