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राज्य : गुजरात

जिला : पंचमहल

ब्लॉक: घोघम्बा

गाँव : रंजीत नगर

स्वयं सहायता समूह: जय गुरुकृपा स्वंय सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : आटा चक्की व्यवसाय एवं ग्रामीण परिवहन सेवा

लखपति दीदी की यात्रा

पंचमहल जिले के रंजीत नगर गांव की मीनाबेन शांतिलाल बारिया, 'आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना' (ए.जी.ई.वाई.) के परिवर्तनकारी प्रभाव का प्रतीक हैं। प्रारंभ में वह गरीबी में जी रही थीं और दैनिक जीविका के लिए अथक परिश्रम कर रही थीं। उन्होंने जय गुरुकृपा स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़कर अपनी किस्मत बदल दी। इस भागीदारी ने न केवल उनके व्यवसाय को बढ़ावा दिया बल्कि उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और पहलों से भी परिचित कराया। 

उन्होंने समूह के सदस्यों को अंतर-ऋण सहायता प्रदान की और वित्तीय गतिविधियों को जिम्मेदारी से प्रबंधित किया। उनके समूह ने कुल 9.5 लाख रुपए का ऋण लिया जिसमें एक उत्कृष्ट पुनर्भुगतान रिकॉर्ड बनाए रखा गया है।

अपने पहले ऋण से, उन्होंने एक आटा चक्की लगाई, जिससे उनकी आमदनी बढी और ऑटो-रिक्शा खरीदने में अपने पति की भी मदद की। उन्हें अपने उद्यम में और अधिक उत्साह तब बढा जब उन्हें आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (ए.जी.ई.वाई.) के बारे में पता चला और उन्होंने एक ईको वाहन खरीदा। यह उनकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

आज, आटा चक्की, रिक्शा और ईको वाहन सहित विभिन्न स्रोतों से उनके परिवार की आय आती है। उनकी मासिक आमदनी 25,000 से 35,000 रुपए है। वह मौजूदा ऋण चुकाने के बाद अपनी परिवहन सेवा का विस्तार करने की इच्छा भी रखतीं हैं।

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