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राज्य : गुजरात

जिला : गांधीनगर

ब्लॉक: गांधीनगर

गाँव : रुपल 

स्वयं सहायता समूह: संध्या महिला एस.एच.जी.

आजीविका गतिविधियाँ : बैंक सखी और बी.सी. सखी

लखपति दीदी की यात्रा

नवीन बेन की यात्रा सशक्तिकरण और उद्यमशीलता की सफलता में से एक है। एक स्वयं-सहायता समूह (एस.एच.जी.) के सदस्य के रूप में शुरुआत करते हुए, वह समूह की नेता बन गईं और सक्रिय रूप से अपनी परिस्थितियों में सुधार करने के अवसरों की तलाश करती रहीं। बैंक सखी के रूप में प्रशिक्षण लेते हुए, उन्होंने अपनी वित्तीय नींव को मजबूत करने के लिए आरएफ और सीआईएफ से ऋण के साथ-साथ बैंक ऋण भी प्राप्त किया। 

प्रशिक्षण के बाद, वह एक बैंक सखी बन गईं और अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में डिजिटल लेनदेन सहायता प्रदान करने लगीं। नवीन बेन का मासिक लेनदेन अब लगभग 25 लाख रुपए है। अपने उद्यमों में विविधता लाते हुए, उन्होंने एक कपड़ा दुकान और अचार और पापड़ बनाने सहित अतिरिक्त व्यवसाय स्थापित किए। इस बहुआयामी दृष्टिकोण ने न केवल उसके आय के स्रोतों को बढ़ाया, बल्कि उसको आत्मविश्वास और नई दिशा प्रदान की। 

नवीन बेन अब 15,000 रु. से 20,000 रु. तक की मासिक कमाई के साथ एक स्थायी आजीविका का लाभ ले रही हैं, जो नेतृत्व, प्रशिक्षण और विविध उद्यमशीलता गतिविधियों की परिवर्तनकारी शक्ति को दर्शाता है।

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