नीलम देवी
राज्य : उत्तराखंड
जिला : टिहरी गढ़वाल
ब्लॉक : जौनपुर
गाँव : टिकरी
स्वयं सहायता समूह: राधा रानी स्वयं सहायता समूह
आजीविका गतिविधियाँ : सिलाई, सब्जी की खेती और हर्बल कलर बनाना
लखपति दीदी की यात्रा
श्रीमती नीलम देवी ने शुरू में खेती करके बड़ी मुश्किल से अपने परिवार और आजीविका का प्रबंध किया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना से जुड़ने के बाद समूह के सदस्यों ने सिलाई के क्षेत्र में अवसरों की पहचान की।
नीलम ने सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त किया और उसके बाद एक समर्पित सिलाई केंद्र में अपनी सिलाई गतिविधियाँ शुरू कीं। उसने अपनी खुद की सिलाई की दुकान खोलने के लिए राधा रानी स्वयं सहायता समूह से 10,000 रुपये का ऋण लिया।
सामूहिक खेती के विचार से प्रेरित होकर, श्रीमती नीलम देवी ने साथी महिला किसानों के साथ मिलकर उनकी जमीन पर सब्जियाँ उगाना शुरू किया। स्वयं सहायता समूह के सहयोग से उनकी यह यात्रा इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण बन गई कि कैसे एक मामूली शुरुआत से समृद्ध आजीविका की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकते हैं। गौरवान्वित लखपति दीदी अब अपने गांव की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा की किरण बनकर उभरी हैं। श्रीमती नीलम देवी की औसत मासिक आय करीब 18,000 रुपये है। वे सिलाई, बुनाई और पिरूल से विभिन्न उत्पाद जैसे पिरूल की टोकरियाँ, गुलदस्ते, राखियाँ, और होली के त्योहार के लिए हर्बल (जैविक) रंग बनाकर स्वरोजगार कर रही हैं। इसके अलावा, यहाँ के स्थानीय लोग कृषि और पशुपालन से प्राप्त उत्पादों को देहरादून, मसूरी और नैनबाग के बाजारों में अच्छे दामों पर बेचकर अपनी आजीविका में वृद्धि कर रहे हैं।
