निमुबेन गोवाभाई बटाडा
राज्य : गुजरात
जिला : अमरेली
ब्लॉक: धारी
गाँव : सरसिया
स्वयं सहायता समूह: जय ठाकर आजीविका जूठ
आजीविका गतिविधियाँ : हाथ से बुनी हुई खटला (खाट) और कुर्सियों के निर्माता
लखपति दीदी की यात्रा
अमरेली के धारी ब्लॉक के सरसिया गांव में रहने वाली निमूबेन गोवाभाई बटाडा ने वर्ष 2022 में जय ठाकर आजीविका जूठ स्वयं सहायता समूह में शामिल होकर अपनी उल्लेखनीय यात्रा आरंभ की। इस समूह के माध्यम से, उन्हें न केवल वित्तीय सहायता मिली बल्कि बहुमूल्य तकनीकी ज्ञान भी मिला जो उनके भविष्य के प्रयासों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव तब आया जब उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर 50,000 रुपये का ऋण प्राप्त किया। इस वित्तीय सहायता ने उन्हें हाथ से बुने हुए खटला (खाट) और कुर्सियाँ बनाने का अपना व्यवसाय स्थापित करने में सक्षम बनाया । उनके उत्पाद आस-पास के बाजारों और स्थानीय मेलों में बहुत अधिक मांग में हैं, जो उनके आर्थिक स्थिति को मजबूती से संदर्भित करते हैं। उनके द्वारा बनाए हुए सामान के जटिल और आकर्षक पैटर्न प्रत्येक टुकड़े में लगाए गए श्रम और कौशल के घंटों का प्रमाण हैं।
इस उद्यमशील उद्यम ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाकर उनके कौशल को निखारा है, जिससे वह अपने समुदाय में एक कुशल व्यवसायी के रूप में स्थापित हो गयी हैं।
उनकी सफलता की कहानी स्वयं सहायता समूहों और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रदान किए गए सशक्तिकरण का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जिससे अब वह 15,000 रुपये की मासिक आय का आनंद ले रही हैं। यह उनके दृढ़ संकल्प और उद्यमशीलता को साबित करता है।