पवित्रा राणा
राज्य : उत्तराखंड
जिला: उधम सिंह नगर
ब्लॉक: सितारगंज
स्वयं सहायता समूह: महक स्वयं सहायता समूह
आजीविका गतिविधियाँ : कृषि उद्यमी
लखपति दीदी की यात्रा
जिला उधम सिंह नगर की ग्राम पंचायत बघौरी की आदिवासी महिला श्रीमती पवित्रा राणा को अपने शुरुआती जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। परिवार में सभी लोग बेरोजगार, गरीब और कम पढ़े-लिखे थे। उनके जीवन ने एक नया मोड़ तब आया जब उन्होंने अपने पति की मदद करना शुरू किया, जिसने एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू हुई। कुछ समय बाद, वह महक स्वयं सहायता समूह में शामिल हो गईं और समूह से 10,000 रुपये का रिवॉल्विंग फंड लिया और अपनी उद्यमशीलता की यात्रा शुरू की। उनकी आजीविका गतिविधियों में पॉली हाउस में सब्जी की खेती और मशरूम की खेती शामिल है और वह एक तेल निकालने की मशीन और एक आटा चक्की की भी मालिकन हैं। वह एक कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन के रूप में भी काम कर रही हैं और अपने गांव में सैकड़ों स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण भी देती हैं।
उनके कृषि व्यवसाय ने उन्हें लखपति बना दिया है, जिससे उन्हें हर महीने 15,000-20,000 रुपये का मुनाफ़ा होता है। उनके खेत को कई व्यक्तियों और संगठनों द्वारा प्रदर्शन मॉडल के रूप में देखा जाता है और वह कृषि में महिला उद्यमिता का एक शानदार उदाहरण हैं।