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राज्य : बिहार

जिला: पश्चिमी चंपारण

ब्लॉक : मधुबनी

गाँव : : घेवडाही

स्वयं सहायता समूह : कमल स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : जैविक खेती, वर्मी-कम्पोस्ट बनाना

लखपति दीदी की यात्रा

बेतिया जिले के मधुबनी प्रखंड के घेवदही गांव की निवासी प्रियंका देवी इस बात का ज्वलंत उदाहरण हैं कि दृढ़ संकल्प और अभिनव कृषि पद्धतियां किस तरह जीवन बदल सकती हैं। प्रियंका देवी ने जीविका समूह से 20,000 रुपये का ऋण लेकर एक छोटी सी दुकान खोली, जिससे उनके परिवार की आय में शुरुआती वृद्धि हुई। दुकान संभालने के साथ-साथ उन्होंने खेती-किसानी में भी पूरी तरह भाग लिया जो उनके ग्रामीण परिवेश का आम पेशा था ।

उन्होंने जैविक खाद, कीटनाशक और वर्मी-कम्पोस्ट बनाने और उन्हें सब्जी की खेती, नर्सरी निर्माण में इस्तेमाल करने के तरीके पर प्रशिक्षण लिया। उन्होंने खुद बीजों का उपचार किया और एक नर्सरी स्थापित की, जिसने जैविक खेती में उनके सफर की शुरुआत की। शुरुआती नतीजे अच्छे रहे और उनकी मासिक आय बढ़कर 12,000 रुपये हो गई।

जैविक खेती के प्रति उनके समर्पण ने न केवल उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया, बल्कि समुदाय में उन्हें महत्वपूर्ण पहचान भी दिलाई। कृषि के प्रति उनके अभिनव दृष्टिकोण ने गांव के कई अन्य किसानों को इसी तरह की पद्धतियां अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे टिकाऊ खेती के तरीकों को बढ़ावा मिला।

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