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राज्य : मेघालय    

जिला : पूर्वी खासी हिल्स जिला

ब्लॉक: मावफ़्लांग  

गाँव : मावफ़्लांग

स्वयं सहायता समूह: बनियाइतेहसोंग स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : किराये की दुकान (बर्तन, कुर्सियां, पंडाल सजावट)

लखपति दीदी की यात्रा

श्रीमती सरलिंडा एस मायर्थोंग, मावंगैप से बनियाइतेहसोंग स्वयं सहायता समूह की सदस्या हैं, जो मावफलांग के आई.सी.आर.पी. कैडर में से एक है। वे 2018 में स्वयं सहायता समूह में शामिल हुईं। तीन बच्चों के साथ परिवार की एकमात्र कमाने वाली सरलिंडा के लिए अपने परिवार का भरण-पोषण करना किसी चुनौती से कम नहीं है। श्रीमती सरलिंडा एस मायर्थोंग ने समूह गतिविधियों में भाग लेने के बाद अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रयास किया है। उन्होंने हर हफ्ते अपने स्वयं सहायता समूह के साथ मिलकर पैसे बचाने का काम किया है। वर्ष 2020 में उन्होंने अचार बनाने के लिए एक समूह गतिविधि व्यवसाय शुरू किया, लेकिन बाजार में कम मार्केटिंग के कारण इसे बंद कर दिया। हाल ही में, उन्होंने एस.एच.जी. के माध्यम से लिए गए ऋण से एक व्यक्तिगत गतिविधि आरंभ की जिससे बर्तन, कुर्सियाँ, पंडाल सजावट आदि के लिए किराये की दुकान शुरू की।

उन्हें 2020 के वर्ष में सक्रिय महिला के रूप में भी चुना गया है। वह मावफलांग सी एंड आर.डी. ब्लॉक और बाहर आयोजित कई आई.सी.आर.पी. राउंड में शामिल रही हैं। इसलिए वर्ष 2021 में अपने कौशल और कड़ी मेहनत के साथ वह आई.सी.आर.पी. कैडर में शामिल हो गई ।

उनकी वार्षिक आय लगभग 2 लाख रुपये प्रति वर्ष है। इस किराये की दुकान से होने वाली आय विशिष्ट नहीं है और मौसम पर निर्भर करती है, और गर्मियों के मौसम की तुलना में सर्दियों के मौसम में आय अधिक होती है।

एक आई.सी.आर.पी. के रूप में वह अपने गांव में तथा बाहर अन्य महिलाओं को स्वयं सहायता समूह में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती रही हैं।

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