सरोज बाला
राज्य : हरयाणा
जिला : कैथल
ब्लॉक: सिवान
गाँव : रसूलपुर
स्वयं सहायता समूह : शिव स्वयं सहायता समूह
आजीविका गतिविधियाँ : कॉमन सर्विस सेंटर (सी.एस.सी.)
लखपति दीदी की यात्रा
सरोज बाला का अपने गांव में सी.एस.सी. केंद्र खोलने का सफ़र कठिनाइयों से भरा था। उन्हें सबसे पहले गांव में लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ा लेकिन सरोज ने हार नहीं मानी।
सरोज बाला ने एच.एस.आर.एल.एम. द्वारा प्रदान किए गए डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों में दाखिला लिया और सी.एस.सी संचालकों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। उन्होंने आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए माइक्रोफाइनेंस का भी लाभ उठाया। एच.एस.आर.एल.एम. ने उन्हें 55,000 रुपये का ऋण सुरक्षित करने में सक्षम बनाया, जिसका उपयोग उन्होंने एक कॉमन सर्विस सेंटर (सी.एस.सी) स्थापित करने के लिए किया। उसने न केवल अपने जीवन को बेहतर बनाया है, बल्कि अपने समुदाय के लिए डिजिटल सेवाओं को भी करीब लाया है। 12,000 रुपये की उसकी मासिक आय एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो स्थिरता और जीवन की बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।
उनकी सफलता का उनके समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिससे अन्य महिलाओं को अपने उद्यमशीलता के सपने को पूरा करने की प्रेरणा मिली तथा स्वयं सहायता समूह में शामिल होने के लाभ भी सामने आए ।