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राज्य : महाराष्ट्र

जिला: यवतमाल

ब्लॉक : कलंब

गाँव : कामथवाड़ा

स्वयं सहायता समूह: शारदा माता महिला स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : ऑडिट पशुधन प्रशिक्षण (बकरी ट्रस्ट)

लखपति दीदी की यात्रा

श्रीमती सीमा अंकुश कांबले कामटवाड़ा गांव की रहने वाली हैं। वह गृहिणी हैं और उनका पारिवारिक व्यवसाय खेतीबाड़ी है, जिससे सालाना आय अपर्याप्त होती है।

लखपति दीदी बनने की उनकी यात्रा शारदा माता स्वयं सहायता समूह से जुड़कर उम्मेद अभियान से शुरू हुई। वह महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में कई पशु चिकित्सा, डेयरी प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भी गुजरती हैं। उन्होंने पशु सखी कार्य जैसे टीकाकरण, बीमारी का इलाज, दवाइयों के बारे में सब कुछ सीखा और 1500 रुपये का वजीफा मिलना शुरू कर दिया। वह पशु सखी कार्य से सालाना 40,000 रुपये कमाती हैं। उन्होंने टेलरिंग और अपनी बकरी पालन इकाई जैसे संबद्ध व्यवसायों से भी कमाई की। सामुदायिक पशुधन व्यवसाय केंद्र (सी.एल.बी.सी.) की स्थापना एम.एस.आर.एल.एम. पहल के माध्यम से की गई थी, उन्होंने बकरी साबुन, नीम तेल और पशु चारा आदि बनाने का व्यवसाय शुरू किया। इन सी.एल.बी.सी. गतिविधियों की वजह से उनकी वार्षिक आय में वृद्धि हुई जिसने उन्हें और अन्य सी.एल.बी.सी. केंद्र की महिलाओं को लखपति दीदी बनने में मदद की। उनकी कड़ी मेहनत और महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एम.एस.आर.एल.एम.) ने उनकी लखपति दीदी की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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