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राज्य : मध्य प्रदेश

जिला : धार

ब्लॉक: उमरबन

गाँव : मलनगांव

स्वयं सहायता समूह : बाबा रामदेव स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : डेयरी व्यवसाय

लखपति दीदी की यात्रा

सुनीता के बाबा रामदेव स्वयं सहायता समूह में शामिल होने के फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी।

शुरुआत में उन्होंने समूह से 50,000 रुपये का लोन लेकर भैंस खरीदी, जिससे उन्हें स्थानीय क्षेत्र में दूध बेचने का मौका मिला। दूध के कारोबार से होने वाली कमाई से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ। इससे उत्साहित होकर उन्होंने अपने डेयरी कारोबार को आगे बढ़ाया। समूह के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से मिली मदद से उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाली नस्ल की तीन और भैंसें खरीदने के लिए 2 लाख रुपये का लोन लिया।

सुनीता का डेयरी व्यवसाय लगातार बढ़ने लगा। उन्होंने स्थानीय स्तर पर दूध बेचकर आस-पास की डेयरी कंपनियों को दूध की आपूर्ति शुरू कर दी। उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिससे वह अपने ऋण चुकाने और सरकारी योजनाओं की मदद से मवेशियों के लिए शेड बनाने में निवेश करने में सक्षम हुई। अपने डेयरी व्यवसाय के साथ-साथ, उसने घी, मक्खन और पनीर जैसे घर के बने डेयरी उत्पाद भी बेचना शुरू किया, जिससे आय का एक और स्रोत जुड़ गया।

वित्तीय अस्थिरता से एक सफल डेयरी उद्यमी बनने तक का उनका सफ़र काफ़ी बदलावकारी रहा है। आज, डेयरी बिक्री से उनकी आय 40,000 - 45,000 रुपये प्रति माह है। वह अपने गाँव में एक सम्मानित व्यवसायी हैं, और उनके परिवार के जीवन स्तर में काफ़ी सुधार हुआ है।

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