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राज्य : हिमाचल प्रदेश

जिला : सिरमौर

ब्लॉक: पछाड़

गाँव : बज्गा

स्वयं सहायता समूह: आरती स्वयं सहायता समूह

आजीविका गतिविधियाँ : कृषि, पशुधन (मवेशी पालन), बागवानी (सब्जी की खेती)

लखपति दीदी की यात्रा

विजय भारद्वाज बज्गा गांव में आरती स्वयं सहायता समूह कमाह से जुड़ीं। उन्होंने कृषि एवं पशुपालन विभाग, जिला सिरमौर के साथ मिलकर कृषि पारिस्थितिकी पद्धतियां, प्राकृतिक खेती और पशुधन प्रबंधन का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने शिमला में मृदा परीक्षण और लखपति दीदी की अवधारणा पर प्रशिक्षण लिया और सामुदायिक लेखा परीक्षक बन गईं।

प्रशिक्षण के बाद उन्होंने अदरक, लहसुन, हल्दी की खेती शुरू करने के लिए क्लस्टर लेवल फेडरेशन से 50,000 रुपये का लोन लिया और अदरक, लहसुन और हल्दी की बिक्री से उन्हें हर सीजन में औसतन 1.50 लाख से ज़्यादा की शुद्ध आय हुई है। प्रशिक्षण से पहले वे सिर्फ़ अपने खाने के लिए सब्ज़ियाँ उगाती थीं और कृषि और पशुधन प्रबंधन की जानकारी न होने के कारण वे दूध नहीं बेचती थीं। वे गैर-कृषि गतिविधियाँ जैसे सिलाई, अचार और कोयला बनाने का भी काम करती हैं। गैर-कृषि गतिविधियों और अन्य गतिविधियों के ज़रिए वे हर महीने 30,000 रुपये से ज़्यादा कमा रही हैं।

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