पशुधन
उचित आवास, बेहतर भोजन और निवारक पशु स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के माध्यम से जुगाली करने वालों, गैर-जुगाली करने वालों और पोल्ट्री पक्षियों सहित पशुधन के बेहतर प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पैमाने की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए, महिला किसानों द्वारा पशुधन हस्तक्षेप के लिए एक क्लस्टर दृष्टिकोण अपनाया जाता है। हस्तक्षेप के क्षेत्रों में बेहतर प्रथाओं और नई तकनीकों को अपनाकर नस्ल, प्रजनन प्रबंधन, सामान्य प्रबंधन और चारा प्रबंधन व स्वास्थ्य प्रबंधन शामिल हैं।
महिला किसानों को 24×7 घरेलू स्तर पर सहायता प्रदान करने के लिए पशु सखी नामक समर्पित सामुदायिक कैडर के माध्यम से विस्तार सहायता सेवाएँ उनके दरवाजे पर उपलब्ध कराई जाती हैं।
पशु सखी को पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा ए-हेल्प (पशुधन उत्पादन के स्वास्थ्य और विस्तार के लिए मान्यता प्राप्त एजेंट) के रूप में कार्य करने और विभाग की योजनाओं के कार्यान्वयन में सहायता करने के लिए भी मान्यता प्राप्त है।
दूध, पशु चारा, अंडा, बकरी आदि जैसी चुनिंदा वस्तुओं के लिए, देश भर में प्रचारित महिला किसानों का समर्थन करने वाले बड़े महिला स्वामित्व वाले उत्पादक उद्यम उन्हें अपनी उपज के लिए बेहतर बाजार हिस्सेदारी प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं।
मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को समर्थन देने के लिए बकरी पालन, मुर्गी पालन, सुअर पालन, बत्तख पालन, मत्स्य पालन और डेयरी पर विभिन्न दिशानिर्देश और सलाह जारी की गई है।
दिशा निर्देश पुस्तिका